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Varanasi Tourist Places,भारत की प्राचीन सांस्कृतिक राजधानी

 वाराणसी शहर को हम बनारस और काशी के रूप में भी जानते है | यह शहर भारत का सबसे पुराना और पवित्र माना जाता है। वाराणसी शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है, जो भारतीय संस्कृति, धर्म और इतिहास का प्राचीन समय से केंद्र बना हुआ है | वाराणसी शहर हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थस्थल के साथ- साथ यह भारत की सांस्कृतिक के धरोहर रूप में और आध्यात्मिकता प्रतीक रूप में प्रसिद्ध है| यहाँ हम Varanasi शहर के बारे में पढ़ेंगे और जीवन में जब भी मौका मिले, इस शहर में आप जरूरी घूमे |  

जिस तरह वाराणसी शहर ने अपनी पहचान बनाई है, यह शहर उसी तरह अपना इतिहास रखता है | देश के प्राचीन सम्राटों के समय यह शहर सत्ता का केंद्र था | समय के साथ हुए बदलाव ने इस शहर ने सनातन धर्म की जड़ों को आपने पास रखा | आज के समय वाराणसी शहर इतिहास से कई गुण धार्मिक रूप से जाना जाता है | 

इस वाराणसी शहर में वाराणसी का इतिहास, वाराणसी के घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी की यात्रा, बनारसी साड़ी, गंगा आरती वाराणसी आदि देखने को मिलते है | 

वाराणसी का इतिहास

वाराणसी शहर का इतिहास आज से लगभग 3,000 साल से भी अधिक पुराना मिलता है। यह शहर विश्व का सबसे प्राचीन माना जाता है, जो आज के समय में भी आबाद है। पौराणिक कथाओं में पढ़ने को मिलता है की भगवान शिव ने इस शहर बसाया था। यह शहर देश में वैदिक काल से ही ज्ञान, धर्म और दर्शन का केंद्र बना हुआ है।

प्राचीन समय में वाराणसी शहर व्यापार और शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनन हुआ था। इस शहर में विश्व का प्रसिद्ध काशी विश्वविद्यालय बना हुआ है, जो उच्च शिक्षा के लिए विश्व भर में जाना जाता है। इसके साथ यह शहर संतों, कवियों और विद्वानों के लिए भी जाना जाता है |


Agra Fort Architecture

Ellora Caves (एलोरा की गुफाएँ)

गंगा नदी और घाटों की महिमा

वाराणसी शहर की पहचान उसके घाटों से होती है जो गंगा नदी के किनारे बने घाट, केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए प्रसिद्धि के साथ यहाँ के नागरिकों की संस्कृति और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा हैं। इस शहर में आने वाले पर्यटकों के लिए गंगा नदी में डुबकी लगाना और आरती में शामिल होना एक अविस्मरणीय अनुभव है। इस शहर के प्रमुख घाटों में शामिल हैं:

  1. दशाश्वमेध घाट- यह वाराणसी शहर का सबसे प्रमुख घाट मे से एक है, इस घाट पर शाम गंगा आरती होती है | 
  2. अस्सी घाट- इस घाट को शिवभक्तों और पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध है | इस घाट पर अभिनेता सनीदेव के द्वारा एक फिल्म भी बनाई है |  
  3. मणिकर्णिका घाट- यह घाट मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है | यहाँ हर समय शव जलते रहते है | 
  4. हरिश्चंद्र घाट- यह घाट भी अंतिम संस्कार के लिए जाना जाता है | 

वाराणसी में मंदिर और धार्मिक स्थल

इस शहर में कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर देखने को मिलते हैं। इस शहर के इन मंदिरों के द्वारा धार्मिक महत्व है और धार्मिक आभा को बढ़ाने का काम करते हैं। इनमें प्रमुख हैं- 


UNESCO world Heritage Sites in India

  1. काशी विश्वनाथ मंदिर- यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है।
  2. संकेत मोचन हनुमान मंदिर- यह हनुमान जी मंदिर है।
  3. दुर्गा मंदिर- इस मंदिर को लाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
  4. नया विश्वनाथ मंदिर- यह मंदिर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में है।

वाराणसी का सांस्कृतिक महत्व क्या है 

वाराणसी शहर एक धार्मिक शहर के साथ - साथ यह कला, संगीत और साहित्य का भी केंद्र बना हुआ है। यह शहर बनारसी साड़ी के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है, जो अपनी बारीकी और खूबसूरती के साथ विभिन्न डिजाइन के लिए जानी जाती है। 

संगीत के क्षेत्र में देखा जाए तो वाराणसी शहर पंडित रविशंकर जो बाँसुरी वादक और उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जो तबला वादक जैसे महान कलाकारों का जन्मस्थान रहा है। इसके साथ यह शहर महाकवि तुलसीदास और संत कबीर जैसे महान संतों का कर्म स्थल रहा है | 

वाराणसी में घूमने की जगह क्या है 

जो व्यक्ति इस वाराणसी शहर में घूमने के लिए आता है, उसको यह ध्यान होना चाहिए की वह उसको किन - किन जगहों पर घूमना है | इस लिए यहाँ देख सकते है की यह इन जगहों पर घूम सकते है - 
  1. सारनाथ- यह स्थाल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए प्रसिद्ध है, इसी जगह पर भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।
  2. रामनगर किला- इस किला में वाराणसी शहर का इतिहास और संस्कृति देखने को मिलती है ।
  3. भारत कला भवन- यह संग्रहालय इस वाराणसी शहर की सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखता है।
  4. काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)- यह भारत का एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है जो देश की आजादी के पहले से ही विधमान था | 


वाराणसी शहर का खान - पान 

वाराणसी शहर का खानपान में कचौड़ी और जलेबी, बनारसी पान, टमाटर चाट, लस्सी और ठंडाई आदि प्रसिद्ध है | जो भी व्यक्ति यहाँ घूमने आता है वह इनका स्वाद ले सकता है |

निष्कर्ष

वाराणसी शहर एक अनुभव है, जो भारतीय संस्कृति, धर्म और आध्यात्मिकता की गहराइयों तक ले जाने के लिए प्रसिद्ध है। इस शहर में चलती पवित्र गंगा, मंदिर और सांस्कृतिक धरोहर जो इस शहर के चार चाँद लगाते है | यह शहर हिन्दू धर्म के लिए हमेशा से पवित्र शहर में से रहा है | इस शहर का इतिहास बहुत ही पुराना है | 


वाराणसी से जुड़े सामान्य प्रश्न

  1. वाराणसी का प्राचीन समय में किस नाम जाना जाता था ?

    वाराणसी शहर को प्राचीन काल में काशी के नाम से जाना जाता था।

  2. वाराणसी शहर क्यों प्रसिद्ध है?
    इस शहर में चलती गंगा नदी, काशी विश्वनाथ मंदिर, विभिन्न घाट और भारतीय संस्कृति के लिए जाना जाता है | 

  3. वाराणसी के प्रमुख घाट कौनसे है?
    इस शहर में दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट प्रमुख है।

  4. काशी विश्वनाथ मंदिर महत्व क्या है?
    यह भगवान शिव को समर्पित है जो 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है | 

  5. गंगा आरती किस घाट पर होती है?
    वाराणसी शहर में गंगा आरती हर शाम को दशाश्वमेध घाट और अस्सी घाट पर होती है।

  6. सारनाथ का महत्व क्या है?
    सारनाथ स्थल पर भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।

  7. वाराणसी की बनारसी साड़ी क्यों प्रसिद्ध है?
    बनारसी साड़ी अपनी बारीक कढ़ाई, सिल्क और सुनहरे ज़री के काम के लिए प्रसिद्ध है।

  8. क्या वाराणसी UNESCO विश्व धरोहर स्थल में शामिल है?
    अभी तक इस शहर को UNESCO विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल नहीं किया गया है। इस शहर सारनाथ के प्राचीन बौद्ध स्थल है जो इस  सूची में शामिल होने का दावा करते है |  

  9. वाराणसी जाने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कौन सा है?
    इस शहर के सबसे नजदीक लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है | 


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