Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Indian Political

Fundamental Rights and Duties - मौलिक कर्तव्य - अधिकार चाहिए तो‌ कर्तव्य भी निभाओ

  भारतीय संविधान में  Fundamental Rights and Duties को दिया गया है जो केवल देश के नागरिकों के लिए है | देश के नागरिक इन मौलिक कर्तव्यो का पूर्णत: पालन करे | यहाँ आप  Fundamental Rights and Duties की Detail को देख सकते है और भारतीय संविधान में किस तरह इनको जोड़ा गया है और इनको लागू किया गया है | मौलिक कर्तव्य       मूल कर्तव्य को संविधान में 1976 में 42 वा संविधान संशोधन में 10 मूल कर्तव्य जोड़े गए थे , 11 वा मूल कर्तव्य 86 वा संविधान संशोधन 2002 में जोड़े गए थे।   वर्तमान में 11 मूल कर्तव्य है।   मूल कर्तव्य मूल संविधान में नहीं थे।   मूल कर्तव्य लेखा 51 ( क/ए) में वर्णित है। भारत के संविधान में नागरिकों को 11 मौलिक कर्तव्य दिए गए हैं - 1. संविधान का पालन , आदर्श संस्थाएं , राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान। 2. स्वतंत्रता संग्राम के सिद्धांत और स्वतंत्रता के राष्ट्रीय आंदोलनों के नियमों का पालन। 3. भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा और एकता को बनाए रखें। 4. जब भी आह्वान किया जाए , देश की Dr रक्षा करें और राष्ट्र...

Hindenburg Research ( Hindenburg Report on Andani Group)

                जर्मनी कि कंपनी का एयरशिप ( airship) था, जिसका नाम हिंडनबर्ग ( Hindenburg ) था। इसमें हाइड्रोजन ( Hydrogen )  गैस उपयोग ली जाती थी।             यह सबसे बड़ा एयरशिप था, यह पूरा लग्जरी होटल कि तरह बना हुआ था । आकाश में बैठ कर आराम से धरती को देख सकता है। उस‌‌ समय हिंडनबर्ग एयरशिप को Titanic of the sky कहा जाता था। इसकी रफ्तार 135 किमी प्रति घंटा थी।     Hindenburg Disaster               जर्मनी से भरी उड़ान अमेरिका जा रही हिंडनबर्ग एयरशिप, जिसमें 97 व्यक्ति सवार थे। 6 मई 1937 को अमेरिका में लेंड होने से पहले इसमें आग लग गई। यह इस कंपनी‌ कि एयरशिप से ‌63 उड़ान थी, इससे पहले 62 सफल उड़ान कर चुकी थी ।           इसको लेंड करने से पहले जमीन पर रस्सियां फेंकी जाती थी, जिसे mooring lines कहा जाता है । जैसे ही रस्सियां फेंकी ठीक उसी समय एयरशिप के सबसे पीछे वाले हिस्से में आग लगी। 35 second में पूरे एयरशिप को आग ने लेपे...

Suhani Shah का बयान ,Suhani Shah's statement

                  सुहानी शाह, जो भारत की लोकप्रिय पाठक हैं। उन्हें मीडिया में बागेश्वर सरकार, धीरे-धीरे धर्मशास्त्री के खिलाफ बताया जा रहा है। काफी हद तक सवाल भी पके हुए हैं। सुहानी शाह ने कहा कि ये एक कला है, स्कैन है। जो कोई भी व्यक्ति हासिल कर स 24कता है। बात भी सही है।  प्राचीन भारत      प्राचीन भारत के इतिहास और हिंदू धर्म में आप देखिए। महाभारत में किस तरह संजय ने पुरे युद्ध को घर बैठे धत्तराष्ट्र को बताया। रामायण में भगवान राम के अश्व यज्ञ पुरा करते कि बाधा बने प्रेम - कुछ को गुरु वाल्मीकि ने दूर से ही ध्यान लगा कर देख लिया।                  यह हमारे भारत की प्राचीन कला है लेकिन उन ऋषियों मुनियों ने भगवान का स्मरण करके इसे प्राप्त किया है। दूर से सब कुछ पता लगाना, उस कला को आम लोगों के लिए चमत्कार से कोई कम नहीं है और इस कला या चमत्कार को पाने के लिए उन्होंने पूरी जिंदगी लगा दी। इसमें कोई गलत नहीं है, जिसकी आस्था थी उसने उसी तरह खुद को विकसित किया है। सुहानी श...