Brahmaputra Volleyball League (BVL), असम के ग्रामीण बच्चों ने खींचा अन्तरराष्ट्रिय वालीबॉल महासंघ का ध्यान
BVL यानि Brahmaputra Volleyball League (ब्रह्मपुत्र वॉलीबॉल लीग) जिसकी शुरुआत साल 2020 में की गयी है | असम राज्य में विलुप हो रहे वॉलीबॉल को फिर से जिंदा की जा रहा है | असम के हर जिले की अलग - अलग वॉलीबॉल टीम बनी गयी है | इन सभी खिलाड़ियों की ग्रामीण स्तर पर प्रोत्साहन दी जा रहा है | अभी Brahmaputra Volleyball League (BVL) season 5 schedule जारी हो चुका है | असम राज्य के ग्रामीण इलाकों से आने वाले प्रतिभाशाली बच्चों को एक मंच दिया जा रहा है | --- https://bvl.org.in/
वर्तमान में Brahmaputra Volleyball League (BVL) के अध्यक्ष फैबिया अजेवेडो है, जो लीग से जुड़े हर खिलाड़ी को प्रोत्साहन देने की बात की है | इस लीग को एमआईवीबी वालीबॉल फॉउण्डेशन से सिल्वर लेवल का प्रमाण पत्र मिल चुका है | इस लीग की सभी टीमों के लिए प्रशिक्षण के लिए पूर्व खिलाड़ी, किसान, ग्रहणी आदि शामिल है | सामान्य तौर से अगर कहा जाए तो असम राज्य के हर ग्रामीण का इस लीग में सहयोग | बहुत से सारे व्यक्ति इस लीग से जुड़ कर इन बच्चों के लिए निःशुल्क काम करते है |
Brahmaputra Volleyball League (BVL)
असम राज्य में वर्ष 2020 में ब्रह्मपुत्र वॉलीबॉल लीग की शुरुआत हुई थी | लगभग 100 वालीबॉल को एक साथ ले कर ग्रामीण बच्चों को प्रदान की थी | इस लीग के लिए सबसे महत्वपूर्ण दो शब्द अपनाए गए है जैसे - होम और अवे | इसमें सामान्यतौर पर एक गाँव दूसरे गाँव की टीम की मेजबानी करेगा | इस टीम के लिए सामुदायिक भोजन की व्यवस्था करेगा | इस तरह ब्रह्मपुत्र वॉलीबॉल लीग में अधिकांश लोग स्वयंसेवी है और इसमें ग्रामीण लोगों के द्वारा ही स्पॉन्सर करते है |
Brahmaputra Volleyball League (BVL) ने हर गाँव की टीम बनाई है | इसकी अलग - अलग स्तर पर आयोजन करने का समय निर्धारित होता है | सभी गाँव के लोगों के सहयोग से आज पाँच साल के बाद अंतरराष्ट्रीय वालीबॉल महासंघ का ध्यान खींचा है | इनके आयोजन की विश्व स्तर पर तारीफ की जा रही है | असम के गरीब परिवारों के बच्चों को Brahmaputra Volleyball League (BVL) के जरिए खेलों में रुचि पैदा की जा रही है और इनका शारीरिक - मानसिक विकास के लिए यह लोग महत्वपूर्ण है |
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असम का वॉलीबॉल में इतिहास
बताया जा रहा है कि साल 1980 के दशक में असम राज्य के ग्राम में वालीबॉल का कोर्ट हुआ करता है | इस समय यहाँ के ग्रामीण लोगों का वालीबॉल की तरफ एक अलग ही जुनून हुआ करता था | हर व्यक्ति वालीबॉल खेलने के लिए पागल था | लेकिन समय के साथ सब खत्म हो गया | समय पर खेल की समग्री नहीं होना, खिलाड़ियों को किसी ही प्रकार से प्रोत्साहन नहीं मिलना, किसी भी तरीके से सहायता नहीं मिलन, असम राज्य के ग्रामीण इलाकों से वालीबॉल खत्म हो गया |
BVL का महत्व
ब्रह्मपुत्र वॉलीबॉल लीग यानि BVL का असम राज्य में वालीबॉल को लेकर अलग ही महत्व है | राज्य का हर ग्रामीण ब्रह्मपुत्र वॉलीबॉल लीग की तारीफ करता हुआ नजर आएगा | यहाँ के बुजुर्ग लोगों से बात की जाए तो वे अलग ही जुनून मे है | सूत्रों से पता चला है की डिब्रूगढ़ जिले की 16 सदस्यों की टीम को 94 साल की चंपवाती ने स्पॉन्सर किया है | इससे पता चलता है कि Brahmaputra Volleyball League (BVL) के द्वारा की गयी शुरुआत में ग्रामीणों का कितना जुनून है |
एक और व्यक्ति है जो 5 टीमों को प्रशिक्षण प्रदान करा रहे है वे है माजूली के रहने वाले पूर्व राज्य स्तरीय वालीबॉल खिलाड़ी दुलाल बोरा, जो कहते है Brahmaputra Volleyball League (BVL) ने असम राज्य के हर ग्रामीण के मन में नया सवेरा किया है | जो यहाँ के व्यक्तियों के लिए एक सपना था जो इस बीवीएल ने पूरा किया है |
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